
*जे ई और एसडीओ विद्युत की कारगुजारियों से पीड़ित अधिवक्ता परिवार।*
5 हजार का दहेज ना दे पाना पड़ा भारी।
अंबेडकर नगर।
लोरपुर ताजन अंतर्गत यादगार हुसैन के मकान में बिजली का मीटर बदलने के नाम पर….
रिश्वत की कमाई साहब लोगों को रास ना आई।
मामला था पुराना मीटर हटाकर नया मीटर डालना चाहते थे साहब लोग ।
इस कार्य के लिए उपभोक्ता तैयार भी था ।
*मीटर में लगाने के लिए नई केबल उपभोक्ता ने खुद खरीद कर दिया।*
तार जोड़ भी दिया गया।
लेकिन खंभे पर चढ़ कर उसे लगाने की रस्म के नाम पर ,
*आपकी भाषा में कहूं तो रिश्वत.. नहीं तो न्योछावर कम पड़ गया ।*
वर पक्ष के समधी की भूमिका निभा रहे,
*विद्युत विभाग के साहब लोगों को 5 हजार के दहेज पर अड़ गए कि… जब तक 5000 नहीं देंगे ।*
तब तक खम्भे से तार नहीं जोड़ा जाएगा ।
ईमानदार तबीयत के स्व.ताजदार हुसैन के परिजनों ने इसे सरासर अपराध बताया …..
बात कहा सुनी तक ही नहीं बल्कि ऊंची ऊंची आवाज में गुणा गणित होने लगा ।
*पड़ोसी इकट्ठा हो गए, डीजे की धुन सी आवाज करती हुई 112 नंबर भी आ पहुंची !*
इस परिवार के एक अधिवक्ता ने पुलिस अधीक्षक को फोन करके ,
जे ई और एसडीओ के खिलाफ टेलीफोन पर मौखिक कंप्लेंट दिया ।
वहां से बताया गया की इस संदर्भ में आप ,
डीएम कार्यालय से संपर्क करें।
फिलहाल 3 दिन से अंधेरे और गर्मी की उमस भरी रात में,
*छोटे-छोटे बच्चे 5 हजार की रिश्वत अगर दे दिए होते तो आज वो भी पंखे की हवा खा रहे होते !*
लेकिन नहीं बात यही कहां खत्म होगी इस बात को लेकर…
अंबेडकर नगर अधिवक्ता समुदाय में हलचल देखी जा रही है।
*दूसरों को न्याय दिलाने की गारंटी लेने वाले आज के पीड़ित लोग बिजली विभाग के कोप को किस हद तक बर्दाश्त करेंगे ?*
यह तो आने वाला कल ही तय करेगा!
जबकि उपभोक्ता का कोई बिल बकाया देखने भर को भी नहीं बाकी है।
जेई और एसडीओ को अगर रिश्वतखोरी का इतना ही शौक है तो…
*गोल बंद होकर सरेआम डकैती क्यों नहीं करते साहब लोग!*
ऐसा कहना है पीड़ित परिवार का।